पुलिस ने बताया है कि नीदरलैंड्स के यूट्रेख़्ट शहर की ट्राम में गोलीबारी करने वाले संदिग्ध को गिरफ़्तार कर लिया गया है.
यूट्रेख़्ट के मेयर जान वेन ज़ानेन ने बताया था कि सोमवार सुबह 10 बजकर 45 मिनट पर ट्राम में हुई गोलीबारी में तीन लोगों की जान गई थी.
इस घटना में पांच लोग घायल हुए थे और प्रशासन का कहना है कि हमलावर का उद्देश्य क्या था, यह अभी तक पता नहीं है.
नीदरलैंड्स की पुलिस ने 37 साल के तुर्की के व्यक्ति गोकमेन तानिस को हमले के कई घंटों के बाद हिरासत में लिया. यह अभी तक साफ़ नहीं है कि उन्हें कहां से गिरफ़्तार किया गया है.
बीबीसी तुर्की सेवा से बात करते हुए एक स्थानीय व्यापारी ने बताया है कि संदिग्ध हमलावर को इससे पहले भी इस्लामिक स्टेट से संबंध होने की वजह से गिरफ़्तार किया जा चुका है. हालांकि, कुछ समय बाद इसे रिहा कर दिया गया.
इसके अलावा इस व्यक्ति के रूस के चेचेन्या गणराज्य में भी लड़ने की बात सामने आ रही है.
आतंकवाद निरोधी पुलिस का कहना है कि ये आतंकवादी हमले जैसी घटना लग रही है.
नीदरलैंड्स के आतंकवाद-निरोधी दस्तों के समन्वयक स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हैं और शहर में उच्चस्तरीय ख़तरा घोषित कर दिया गया है.
हमले पर क्या बोले नीदरलैंड्स के प्रधानमंत्री
नीदरलैंड्स के प्रधानमंत्री मार्क रुटे ने कहा है, "हमारा देश इस हमले से हिल गया है. ये हमें आहत करने वाला हमला है. इस हमले में ट्राम में बैठे लोगों पर गोलियां चलाई गई हैं. और पुलिस इस मामले की जांच कर रही है."
वहीं, आतंकवाद निरोधी पुलिस के अधिकारी पीटर जाप एलबर्सबर्ग ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है, "हम इस हमले में आतंकवादी मक़सद नहीं होने की बात नहीं कह सकते हैं."
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि ट्राम के अलावा दूसरी जगहों पर भी गोलीबारी की गई है. हालांकि, उन्होंने इन जगहों के नाम उजागर नहीं किए हैं.
इस हमले के बाद आम लोगों को घरों के अंदर रहने और स्कूलों के दरवाज़े बंद रखने के आदेश दिए गए हैं.
यूट्रेख़्ट सेंट्रल रेलवे से ट्रेनों की आवाजाही भी रोक दी गई है.
यूट्रेख़्ट यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर से घायलों के इलाज के लिए आपातकालीन वार्ड खोलने के लिए कहा गया है. इसके साथ ही शहर में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है.
यूट्रेख़्ट यूनिवर्सिटी की सभी इमारतों को बंद कर दिया है और अर्धसैनिक बलों को हवाई अड्डों और मस्जिदों की सुरक्षा के लिए भेज दिया गया है.
इस हमले को अपनी आंखों से देखने वाले एक शख़्स ने डच न्यूज़साइट एनयू डॉट एनएल को बताया है कि "एक व्यक्ति ने अचानक गोलियां चलाना शुरू कर दिया."
वहीं, एक घायल महिला की मदद करने वाले शख्स ने नीदरलैंड्स के सरकारी न्यूज चैनल एनओएस को बताया है, "जब मैंने एक खून से लथपथ महिला को देखा तो मैंने उन्हें अपनी कार में लाकर उनकी मदद करने की कोशिश की. लेकिन जब तक पुलिस घटनास्थल तक पहुंची तब तक वह महिला बेहोश हो चुकी थी."
यूट्रेख़्ट के मेयर जान वेन ज़ानेन ने बताया था कि सोमवार सुबह 10 बजकर 45 मिनट पर ट्राम में हुई गोलीबारी में तीन लोगों की जान गई थी.
इस घटना में पांच लोग घायल हुए थे और प्रशासन का कहना है कि हमलावर का उद्देश्य क्या था, यह अभी तक पता नहीं है.
नीदरलैंड्स की पुलिस ने 37 साल के तुर्की के व्यक्ति गोकमेन तानिस को हमले के कई घंटों के बाद हिरासत में लिया. यह अभी तक साफ़ नहीं है कि उन्हें कहां से गिरफ़्तार किया गया है.
बीबीसी तुर्की सेवा से बात करते हुए एक स्थानीय व्यापारी ने बताया है कि संदिग्ध हमलावर को इससे पहले भी इस्लामिक स्टेट से संबंध होने की वजह से गिरफ़्तार किया जा चुका है. हालांकि, कुछ समय बाद इसे रिहा कर दिया गया.
इसके अलावा इस व्यक्ति के रूस के चेचेन्या गणराज्य में भी लड़ने की बात सामने आ रही है.
आतंकवाद निरोधी पुलिस का कहना है कि ये आतंकवादी हमले जैसी घटना लग रही है.
नीदरलैंड्स के आतंकवाद-निरोधी दस्तों के समन्वयक स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हैं और शहर में उच्चस्तरीय ख़तरा घोषित कर दिया गया है.
हमले पर क्या बोले नीदरलैंड्स के प्रधानमंत्री
नीदरलैंड्स के प्रधानमंत्री मार्क रुटे ने कहा है, "हमारा देश इस हमले से हिल गया है. ये हमें आहत करने वाला हमला है. इस हमले में ट्राम में बैठे लोगों पर गोलियां चलाई गई हैं. और पुलिस इस मामले की जांच कर रही है."
वहीं, आतंकवाद निरोधी पुलिस के अधिकारी पीटर जाप एलबर्सबर्ग ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है, "हम इस हमले में आतंकवादी मक़सद नहीं होने की बात नहीं कह सकते हैं."
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि ट्राम के अलावा दूसरी जगहों पर भी गोलीबारी की गई है. हालांकि, उन्होंने इन जगहों के नाम उजागर नहीं किए हैं.
इस हमले के बाद आम लोगों को घरों के अंदर रहने और स्कूलों के दरवाज़े बंद रखने के आदेश दिए गए हैं.
यूट्रेख़्ट सेंट्रल रेलवे से ट्रेनों की आवाजाही भी रोक दी गई है.
यूट्रेख़्ट यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर से घायलों के इलाज के लिए आपातकालीन वार्ड खोलने के लिए कहा गया है. इसके साथ ही शहर में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है.
यूट्रेख़्ट यूनिवर्सिटी की सभी इमारतों को बंद कर दिया है और अर्धसैनिक बलों को हवाई अड्डों और मस्जिदों की सुरक्षा के लिए भेज दिया गया है.
इस हमले को अपनी आंखों से देखने वाले एक शख़्स ने डच न्यूज़साइट एनयू डॉट एनएल को बताया है कि "एक व्यक्ति ने अचानक गोलियां चलाना शुरू कर दिया."
वहीं, एक घायल महिला की मदद करने वाले शख्स ने नीदरलैंड्स के सरकारी न्यूज चैनल एनओएस को बताया है, "जब मैंने एक खून से लथपथ महिला को देखा तो मैंने उन्हें अपनी कार में लाकर उनकी मदद करने की कोशिश की. लेकिन जब तक पुलिस घटनास्थल तक पहुंची तब तक वह महिला बेहोश हो चुकी थी."
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